नेकी के पेड़ के नीचे अब कोचिंग से लेकर काउंसिलिंग जैसी 6 नई सेवाओं की शुरुआत |
1 नेकी की कोचिंग : स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों को देंगे शिक्षा तहसील प्रांगण में एक मीटिंग हाॅल में कोचिंग शुरू की गई है। किसी कारण पढ़ नहीं पा रहे या कोचिंग की जरूरत वाले बच्चों को यहां निशुल्क पढ़ाया जाएगा। अभी तक क्या : इसके लिए 6 कर्मचारियों की एक टीम बनाई गई है। ये सभी महिला और पुरुष पटवारी हैं। ये शहर में सर्च कर एक सप्ताह में ऐसे बच्चों को लाएंगे जो पढ़ने स्कूल नहीं जाते हैं। 2 नेकी का रोटी बैंक : ताकि शहर में कोई गरीब भूखा न रहे इसमें लोग अपने घरों से रोटी लाकर यहां रख सकते हैं। जरूरत मंद यहां से रोटी लेकर अपनी भूख मिटा सकता है। क्या हुआ : प्रशासन ने पेड़ के नीचे रोटी बैंक नाम का एक बड़ा डिब्बा रखा है। इसमें रोटी के लिए एक डिब्बा, सब्जी के लिए डिब्बा और इसी तरह आचार के डिब्बे हैं। लोग इसमें खाना रखकर जा रहे हैं और जरूरतमंद आकर खा रहे हैं। 2000 लोगों को मिल चुका है इस अभियान का फायदा भास्कर संवाददाता | सीहोर तहसील प्रांगण में लगे बरगद के पेड़ के नीचे जरूरतमंद लोगों के लिए आवश्यक चीजें रखने का सिलसिला अब और आगे बढ़ गया है। अबतक यहां पर करीब दो हजार लोग कपड़े, शूज, दवाएं, भोजन, किताबें ले चुके हैं। इसके बाद प्रशासन ने अब नेकी के पेड़ के नीचे लोगों को 6 और सुविधाएं देना शुरू किया है। इनमें नेकी की कोचिंग, नेकी का रोटी बैंक, नेकी के अर्जीनवीस, नेकी के रखवाले, नेकी के रक्तदाता और नेकी के परामर्शदाता हैं। इस पूरे काम में एसडीएम राजकुमार खत्री, तहसीलदार संतोष मुदगल और उनकी टीम जुटी हुई है। ये हुआ : इसमें लोगों ने पहल की है। कई लोग जुड़े हैं। जिन लोगों को सलाह की जरूरत होगी तो यह उन्हें मदद करेंगे। इस समिति में 15 लोग जुड़े हैं। हर रोज बड़ी संख्या में लोग यहां पर आकर अपनी इच्छा से सामान रखकर जा रहे हैं तो इसी तरह जरूरतमंद भी इससे लाभान्वित हो रहे हैं। इस मुहिम का विस्तार किया गया है। इससे बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं। -राजकुमार खत्री, एसडीएम
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